HMD: मोबाइल टेक्नोलॉजी में एक बड़ा बदलाव आने वाला है, HMD ग्लोबल, जो नोकिया ब्रांडेड फोन्स बनाती है, भारत में डायरेक्ट-टू-मोबाइल (D2M) टेक्नोलॉजी वाले फोन्स लॉन्च करने वाली है। यह टेक्नोलॉजी IIT कानपुर में इन्क्यूबेटेड फ्री स्ट्रीम टेक्नोलॉजीज और तेजस नेटवर्क्स जैसी कंपनियों के साथ मिलकर डेवेलप की गई है।
इसकी आधिकारिक घोषणा जनवरी 2025 में मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में होने वाले वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (WAVES) में की जाएगी। यह टेक्नोलॉजी भारत के उन यूजर्स के लिए शानदार हो सकता, जो अभी भी हाई-स्पीड इंटरनेट का यूज नहीं कर पा रहे है।
D2M टेक्नोलॉजी
डायरेक्ट-टू-मोबाइल (D2M) टेक्नोलॉजी एक ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम है जो टेरिस्ट्रियल टीवी ब्रॉडकास्ट नेटवर्क का यूज करके सीधे मोबाइल डिवाइसेस पर कंटेंट पहुंचाएगा। इस टेक्नोलॉजी की सबसे बड़ी खासियत, इसे इंटरनेट कनेक्शन की जरुरत नहीं होगी।
आप अपने स्मार्टफोन या फीचर फोन पर बिना किसी डाटा प्लान के OTT प्लेटफॉर्म्स का कंटेंट, लाइव टीवी चैनल्स, एजुकेशनल मटेरियल और सरकारी अलर्ट पा सकते है। यह टेक्नोलॉजी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘विकसित भारत’ के विजन को एक्सेप्ट करती है।
फीचर्स
इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही टीम ने बताया है कि D2M टेक्नोलॉजी को खासकर भारतीय यूजर्स को ध्यान में रखकर विकसित किया गया है। प्रसार भारती, IIT कानपुर और तेजस नेटवर्क्स ने मिलकर पिछले तीन सालों में इस टेक्नोलॉजी का टेस्टिंग किया है।
यह टेक्नोलॉजी सभी प्रकार के मोबाइल डिवाइसेस – सस्ते फीचर फोन्स से लेकर हाई-एंड स्मार्टफोन्स और टैबलेट्स में काम करेगी। टेक्नोलॉजी के पीछे काम कर रहे इंजीनियर्स का कहना है कि यह सिस्टम भारत के भूगोल में भी बहुत अच्छा काम करेगा।
यूजर फ्रेंडली फीचर्स
इस टेक्नोलॉजी से यूजर्स को कई महत्वपूर्ण फायदे मिलेंगे। सबसे पहले तो यह डाटा कॉस्ट को कम करेगी – अब आपको महंगे डाटा पैक खरीदने की जरूरत नहीं होगी। यह टेक्नोलॉजी उन इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए शानदार है, जहां इंटरनेट की स्पीड बहुत धीमी है या कनेक्टिविटी बिल्कुल नहीं है।
तीसरा, यह एजुकेशनल कंटेंट को देश के कोने-कोने तक पहुंचाने में मदद करेगी। चौथा, आपातकालीन स्थितियों में सरकार सीधे लोगों के फोन्स पर अलर्ट भेज सकेगी। पांचवां, यह टेक्नोलॉजी बैटरी लाइफ को भी बचाएगी क्योंकि इसमें कंटीन्यूअस इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत नहीं होगी।
फ्यूचर प्लान
कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि वे इस टेक्नोलॉजी को लेकर काफी समय से काम कर रहे हैं और अब यह कमर्शियल लॉन्च के लिए पूरी तरह तैयार है।
HMD की प्लान सबसे पहले मिड-रेंज और एंट्री-लेवल सेगमेंट में D2M सपोर्ट वाले फोन्स लॉन्च करने की है, ताकि यह टेक्नोलॉजी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सके। कंपनी ने यह भी संकेत दिया है कि भविष्य में वे प्रीमियम सेगमेंट में भी D2M फीचर वाले फोन्स ला सकते हैं।
लॉन्च और कीमत
D2M टेक्नोलॉजी वाले पहले फोन्स 2025 में आ सकते हैं। HMD का लक्ष्य इस टेक्नोलॉजी को ₹7,000 से ₹25,000 की रेंज वाले फोन्स में उपलब्ध कराना है। कंपनी ने यह बताया है कि यह टेक्नोलॉजी सिर्फ प्रीमियम यूजर्स तक ही सीमित न रहे साथ ही देश के आम आदमी तक भी पहुंचे।
D2M टेक्नोलॉजी भारत के डिजिटल इकोसिस्टम में एक गेम-चेंजर हो सकती है। यह डिजिटल डिवाइड को पाटने में मदद करेगी और देश के डिजिटल साक्षरता अभियान को भी नई गति देगी। इस टेक्नोलॉजी की सफलता काफी हद तक इस बात पर निर्भर करेगी कि कंटेंट प्रोवाइडर्स और टेलीकॉम कंपनियां इस इनोवेशन को कितना सपोर्ट करती हैं।